कमाल है! 2 महीने की ट्रेनिंग के बाद शुरू किया गाय-भैंस के लिए चारा बनाने का काम, एक साल में कमा लिया ₹50 लाख
Business Idea: संतुलित आहार पशुओं के लिए बहुत जरूरी है. संतुलित आहार पशुओं में दूध उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के साथ पशुओं को स्वस्थ भी रखता है.
पशुओं के लिए पौष्टिक चारा बनाने का शुरू किया काम. (File Photo)
पशुओं के लिए पौष्टिक चारा बनाने का शुरू किया काम. (File Photo)
Business Idea: संतुलित आहार पशुओं के लिए बहुत जरूरी है. संतुलित आहार पशुओं में दूध उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के साथ पशुओं को स्वस्थ भी रखता है. महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के वेहेथन गांव के मनोज गोरे ने एग्रीकल्चर में डिप्लोमा कर खेती-किसानी में करियर बनाने का मन बनाया. उन्होंने देखा की पौष्टिक आहार दूध उत्पादकता के साथ-साथ एक पशु के विकास के लिए बहुत जरूरी है. उन्होने पशुओं के लिए पौष्टिक चारा बनाने का काम शुरू किया और अब वो इससे अच्छी-खासी कमाई कर रहे हैं.
कैसे मिला आइडिया?
मनोज ने पाया कि उनके यहां किसान पारंपारिक तरीकों से गाय-भैंसों को चारा खिला रहा है. पशुओं के चारे में कोई सप्लीमेंट्री फूड नहीं दिया जाता है. इसलिए दूध का उत्पादन दिन-ब-दिन कम होता गया. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने डेयरी मवेशियों के लिए चारा बनाने का काम शुरू किया.
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15 लाख रुपये के निवेश से शुरू किया काम
मनोज ने महाराष्ट्र में श्रीराम ग्रामीण शोधन व विकास प्रतिष्ठान, (SGSVVP) वडाला से उद्यमशीलता की ट्रेनिंग ली. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उसने अपने परिवार से 15 लाख रुपये के निवेश से 500 किग्रा प्रति घंटे की क्षमता वाली अपनी पशु चारा प्रोसेसिंग यूनिट लगाई.
मैनेज के मुताबिक, उन्होंने हरे और सूखे चारे की खरीद के लिए 150 किसानों के साथ सहयोग किया. उन्होंने नौ खुदरा विक्रेताओं के साथ अपनी बिक्री का नेटवर्क बनाया. थोक विक्रेताओं को बाजार स्थान पर फीड की थोक डिलीवरी भी आपूर्ति की जाती है. वो मिनरल मिक्सचर और कैटल केक जैसे प्रोडक्ट बनाते हैं. उनकी यूनिट गणपति कैटल फीड से 10 गांव के 950 से ज्यादा किसान जुड़े हैं. उनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये है.
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04:34 PM IST